ओंकारेश्वर। श्रावण मास में नर्मदा स्नान और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व है। शिव भक्त इसका लाभ उठाने के लिए बड़ी संख्या में ओंकारेश्वर पहुंच रहे हैं, शनिवार-रविवार छुट्टी के दिन 1 लाख से अधिक श्रद्धालु ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पहुंचे।
ओंकारेश्वर से नर्मदा जल कावड़ में लेकर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और और अन्य दूसरे शिव मंदिरों में चढ़ाने के लिए कावड़ यात्राओं का दौर निरंतर जारी है। इंदौर इच्छापुर हाईवे पर डीजे पर भगवान भोलेनाथ के भजनों पर आनंद से नाचते गाते हुए कांवरियों को महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की ओर जाते हुए देखा जा सकता है।
श्रद्धालुओं की लगी लंबी कतार, 3 से चार 4 में हो रहे ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार प्रतिदिन लग रही है। नए झूला पुल और पुराने झूला पुल के रास्ते पर इंतजार करते हुए भक्तों को लाइन में लगकर 3 से 4 घंटे में दर्शन हो रहे हैं। अत्यधिक भीड़भाड़ और देरी होने से श्रद्धालुओं का सब्र टूट रहा है। और कई बार लाइन में धक्का मुक्की होने पर श्रद्धालुओं के आपस में मारपीट करने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग की महासागरी आज निकलेगी
श्रवण की चौथी सोमवार को आज ओम्कारेश्वर ज्योतिर्लिंग महासवारी नगर में भ्रमण करेगी। सवारी दोपहर 02.00 बजे श्री ओंकारेश्वर मंदिर से प्रारंभ होकर महासवारी का मुख्य मार्ग मंदिर से कोटी तीर्थ पर पुजन अभिषेक करने के बाद, नौका विहार पश्चात शाम 4.00 बजे तक गौमुख घाट पहुंचेगी।
शाम 4.30 बजे ममलेश्वर मंदिर, 5.00 बजे गजानंद आश्रम, दण्डी स्वामी आश्रम, बालवाडी हॉट बाजार से बस स्टेंड से मुख्य मार्ग होते हुये जे.पी. चौक पहुंचेगी। पुराना झूलापुल से होकर मंदिर पहुंचेगी।
सवारी आगमन का समय रात्रि 11:00 बजे रहेगा। बेंड, ढोल, भजन मंडली, घोडा-घोडी, आकर्षक झाकिया उँट, तोप, भव्य आतिशबाजी, बेनर झंडा, शिवजी का चांदी का नंदी, धुना, शिवजी की झाकी सहित हजारों भक्त इसमें सम्मिलित होंगे।